khabre

शुक्रवार, 5 फ़रवरी 2010

.....jaari h

अब सवाल ये उठता हैं  या तो वो लोग जो ऐसा कर रहे हैं  एक साजिश कर रहे हैं या फिर  वो बीमार हो गए हैं
और अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं या फिर राजनीती में मात खाए हुए शेर की तरह हो गए हैं जिन्हें अपना वर्चस्व साबित करने के लिए अब इन तुच्च्ही बातो का सहारा लेना पद रहा हैं.
वो आदमी भी क्या हैं  जो कीसी के अच्हे काम की भी सराहना न कर सके. अब वो सचिन के बारे में भी ये कहते हैं की उन्होंने महारास्त्र के लिए क्या किया हैं या फिर महारास्त्र में उनका कोई योगदान नहीं हैं और अगर कुछ हैं भी तो  सिर्फ  इतना हैं की वो मुंबई में रहकर इंडिया का राग अलापते हैं जैसे उन्होंने ये कहकर एक बड़ी भारी गलती कर दी की भारत के लिए खेलना हमेशा एक गर्व की बात हैं
ये बात नही हैं के वो इन घटिया मानसिकता वाले लोगो का जवाब नही दे सकते.............
जारी हैं

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