अलग - अलग सोच और करतब वाले जीव पैदा किये.
मसलन चींटी जैसे छोटे से जीव को अगर
शरीर छोटा दिया तो उसको काटने की जबरदस्त शक्ति दी.
और हाथी जैसे बड़े जानवर को भी
चींटी से बचना पड़ता हैं .
किसी को झुण्ड में रहने का सलीका,
दिमाग में सोच के रूप
में दिया तो शेर जैसे शक्तिशाली
जानवर को मजबूत पंजे और शक्ति देकर
अब हर जीव को अपने बचाव
के लिए कुछ ना कुछ दिया हैं .
सांप को जहर और डसने के लिए फन दिया
तो बिछू को डंक मारने के लिए पूँछ दी हैं.
लेकिन इन सबसे अलग भी एक जीव हैं
जो इन सबसे ज्यादा
खतरनाक हैं और वो हैं "इंसान."
और ये एक ऐसा जंतु हैं की जिसके बारे
में कोई भी अंदाजा नही लगा
सकता की ये कहा पे काटेगा.
ना तो इसके पास सांप वाला फन
हैं और ना ही बिच्छू वाली पूँछ .
ना इसके बड़े बड़े पंजे हैं
और ना ही खतरनाक दांत.
देखने में भी इसके जैसा कोई नही हैं.
" और ये एक ऐसा जीव हैं जिसके बारे
में कोई नही बता सकता की ये किसको
काटेगा, कब काटेगा और कहा से काटेगा .
क्योंकि ये मुह से नही काटता ."
"लेकिन इसकी रग -रग में जहर भरा हुआ हैं
और सबसे बड़ी बात ये हैं की ये सिर्फ
उनको ही हानि पहुंचाता हैं
जो इसके ज्यादा करीब होते हैं ."
इस जंतु को आगे भी अनेक
श्रेणियों में बांटा जा सकता हैं .
कुछ धार्मिक प्रवृति के होते हैं जो
काट भी ले तो इतना नुकशान नही होता .
कुछ भयंकर प्रवृति
के होते हैं जो छोटी सी
बात को मुद्दा बनाकर कत्लेआम करवा
देते हैं .ये धार्मिक प्रवृति का बिगड़ा
हुआ रूप होते हैं जो धर्म के प्रति इतने
ज्यादा कठोर हो जाते हैं की उन्हें
ना तो कोई दूसरा धरम दिखाई देता हैं
और ना ही वो ये समझ पाते हैं की
उनकी इस सोच से किस किस को नुक्सान हो रहा हैं.
कुछ ऐसे हैं जिनको अपनी खुशी से
कोई मतलब नही पर उनका लक्ष्य ये
होता हैं की उनके आसपास
के दूसरे लोग खुश ना रह सके .
और इनसब जन्तुओ में भी एक बहुत
मतलाबी, अधिक और
बिना मतलब बोलने
वाली प्रवृति के जन्तुओ की श्रेणी भी हैं जो बिना किसी
वजह के सिर्फ अपने मतलब और शौक के
लिए दूसरो के रिस्तो, नातो,भावनाओं और
यहाँ तक की दूसरो के विश्वाश के साथ भी
खिलवाड़ करते हैं और इस श्रेणी के जन्तुओ में
सबसे खतरनाक
माने जाते हैं .
वो हैं हमारे नेतागण
आप कुछ कहना चाहते हो ?
तो कहो न.
क्या कहे सारी बाते तो आपने बता दी, इंसां होकर भी इंसां से और ज्यादा डरने लगा हूँ आपकी पोस्ट पढने के बाद :>)
जवाब देंहटाएंडरने की जरुरत नही हैं भाई हम तो भाई भाई हैं ना
जवाब देंहटाएंइसके (इंसान )काटे का तोड़ भी ढूंढना पडेगा, कुछ इसी के जहर से बने इंजेक्शन की तरह !
जवाब देंहटाएंमिल जाये तो मुझे भी बताना गोदियाल साहब
जवाब देंहटाएंसच है. इन्सान से ज़्यादा ज़हरीला, खतरनाक और शातिर तो कोई हो ही नहीं सकता. बढिया पोस्ट.
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