बीच बजरिया हुई हमारी एक दास से भेंट
बातें हुई बहुत सी लेकिन भरा नही पेट
हाथ पकड़ हमको अपने घर ले जा बैठाया
तीन महान सपूतो से हमारा परिचय कराया
उसी में जीता, उसी में मरता हैं
दूसरा ऍम. एस.सी. कर रहा हैं
बहुत हैं समार्ट,
लेकिन करियर उसका अब तक हुआ नही स्टार्ट
पढ़ लिखकर खाट को तोड़े इसके दोनों भाई
घर का खर्चा चलाता हैं यह मेरा प्यारा नाई
इसकी कैंची के आगे उनकी डिग्री जीरो हैं
कामचोर बेटो के युग में मेरा नाई ही सच्चा हीरो हैं
जो खिलाये वही दाता...
जवाब देंहटाएंराम राम जी,
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जवाब देंहटाएंइसकी कैंची के आगे उनकी डिग्री जीरो हैं
जवाब देंहटाएंकामचोर बेटो के युग में मेरा नाई ही सच्चा हीरो हैं
This is the value of professional digree.
वाह! बहुत खूब!
जवाब देंहटाएंbadiya kavita.
जवाब देंहटाएंpadhkar maja aya.
जवाब देंहटाएं@गोदियाल साहब
जवाब देंहटाएं@सुमन जी
@ विचार शून्य जी
@कुंवर जी
@ शाहनवाज जी
आप सबका स्वागत हैं